WHAT DOES SHIV CHALISA LYRICS IN ENGLISH WITH MEANING MEAN?

What Does shiv chalisa lyrics in english with meaning Mean?

What Does shiv chalisa lyrics in english with meaning Mean?

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मातु पिता भ्राता सब कोई । संकट में पूछत नहिं कोई ॥

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।

तुह्मरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दुख बिसरावै।।

निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे ।

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

प्रभुं प्राणनाथं विभुं विश्वनाथं जगन्नाथनाथं सदानन्दभाजम् ।

लिङ्गाष्टकम्

अर्थ: जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के here धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

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